हम जो हैं

श्रीमती चम्पा देवी वैदिक संस्थान का उद्देश्य वेदों का प्रचार प्रसार करना तथा वेद विद्यालय स्थापित करके बच्चों को वेदों के साथ.साथ संस्कृत एवं अन्य विद्वान आधुनिक विषयों की शिक्षा देकर उन्हें योग्यं विज्ञान तथा देश भक्त नागरिक बनाना है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए वर्ष 2004 में पंण् उमादत्त त्रिवेदी वेद विद्यापीठ की स्थापना सेक्टर 6B वृन्दावनए लखनऊ में की गयी है तथा उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद से 1000 वर्ग मीटर भूमि लेकर विद्यापीठ के भवन का निर्माण किया गया है। यह विद्यालय केन्द्र सरकार के संगठन महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड से सम्बद्ध और इसमे विद्यार्थियों के लिए निः शुल्क शिक्षा के साथ निः शुल्क आवास एवं भोजन की भी व्यवस्था है। विद्यालय में बने हुए मन्दिर में माँ वैष्णव देवी जी स्वयं प्रक्ट हुई हैं और उनकी हम सब पर असीम अनुकम्पा है।

विधुशेखर त्रिवेदी I.A.S (अ प्रा ) आयु 94 वर्ष-अध्यक्ष
डॉÛ आदित्य प्रियम् त्रिवेदी सहायक प्रोफेसर लखनऊ विश्‍वविद्यालय-प्रवक्ता एवं प्रबन्धक वेद विद्यापीठ मो - 9415993900

हिंदू पवित्र साहित्य में मुख्य चार वेद हैं

ऋग्वेद यजुर्वेद, सामवेद, तथा ब्रह्मवेद। यहाँ अथर्ववेद को ब्रह्म वेद कहा गया है क्योंकि इसमें विषेष रूप से ब्रह्म का वर्णन किया गया है।
  • ऋग्वेद
    ऋग्वेद
  • सामवेद
    सामवेद
  • यजुर्वेद
    यजुर्वेद
  • अथर्ववेद
    अथर्ववेद